नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी (सपा) के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन के घर पर हमले को लेकर सपा नेताओं ने सरकार पर निशाना साधा है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस घटना को निंदनीय बताया है। इसके साथ ही उन्होंने यूपी सरकार की कानून-व्यवस्था पर भी सवाल उठाए।
अखिलेश यादव ने कहा कि आगरा में मुख्यमंत्री योगी के उपस्थित रहते हुए पीडीए के एक सांसद के घर पर कुछ लोगों ने तोड़फोड़ की और इस हिंसक वारदात को नहीं रोका गया, तो फिर जीरो टॉलरेंस तो जीरो होना ही है।
सपा प्रमुख ने सवाल किया, ''क्या मुख्यमंत्री का प्रभाव क्षेत्र दिन पर दिन घट रहा है या फिर ‘आउटगोइंग सीएम’ की अब कोई सुन नहीं रहा है? अगर वो अभी भी मुख्यमंत्री हैं, तो तुरंत कार्रवाई करें और दोषियों को एआई से पहचानकर दंडित करें, नहीं तो मान लिया जाएगा कि पीडीए सांसद के खिलाफ ये सब उनकी अनुमति से हुआ है।''
इस घटना पर सांसद डिंपल यादव ने कहा, "मैं किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहती। हालांकि, अगर वे (सीएम योगी) अतीत के ऐतिहासिक मुद्दों को उठाते रहेंगे, तो विपक्ष भी जवाब देने के लिए मजबूर हो जाएगा। हम प्रेम और सद्भाव में विश्वास रखने वाले लोग हैं। हमारा इरादा कभी किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था।"
सपा सांसद नीरज कुशवाहा ने आईएएनएस से बात करते हुए सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सदियों से इन लोगों की मानसिकता ऐसी ही रही है। हमेशा दलितों और पिछड़ों को सताते रहे हैं। ये मानसिकता ठीक नहीं है। इसकी घोर निंदा करता हूं और लोकतंत्र में हमले की कोई जगह नहीं है। लोकतंत्र में सबको अपनी बात रखने का अधिकार मिला हुआ है।
उल्लेखनीय है कि सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने कहा था कि भाजपा के लोग अक्सर यह कहते हैं कि उनमें बाबर का डीएनए है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया, "मुझे यह जानना है कि बाबर को भारत में लाने वाला कौन था? क्या इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को राणा सांगा ने नहीं बुलाया था?"
इस बयान के बाद रामजी लाल सुमन के घर पर बुधवार को कुछ लोगों ने तोड़फोड़ की।